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विश्व इतिहास १. पुनर्जागरण

Monday, 13 June 2016
विश्व इतिहास १. पुनर्जागरण 

पुनर्जागरण का प्रारम्भ इटली के फ्लोरेंस नगर से माना जाता है। 
इटली के महँ कवी दांते (1260 -1321 ईस्वी ) को पुनर्जागरण का अग्रदूत माना जाता है। इनका जन्म फ्लोरेंस नगर में हुआ था। 
दांते ने प्राचीन लेटिन भाषा को छोड़कर तत्कालीन इटली की बोल चाल की भाषा 'टस्कन 'में डिवाइन कॉमेडी नामक काव्य लिखा। इसमें दांते ने स्वर्ग और नरक की एक काल्पनिक यात्रा का वर्णन किया है। 
दांते के बाद पुनर्जागरण की भावना का पर्श्य देने वाला दूसरा व्यक्ति पेट्राक (1304 -1367 ईस्वी ) था। 
पेट्रॉक को मानववाद का संस्थापक माना जाता है। वह इटली का निवासी था। 
इटालियन गद्य का जनक कहानीकार बोकेशियो (सन् 1313 -1375 ईस्वी ) को मन जाता है। 
कहानीकार बोकेशियो की डेकामेरॉन प्रसिद्ध पुस्तक है। 
आधुनिक विश्व का प्रथम राजनितिक चिंतन फ्लोरेंस निवासी मैकियावली (1469 -1567 ईस्वी ) को माना जाता है। 
मैकियावली की प्रसिद्द पुस्तक है: द प्रिंस ,जो राज्य का एक नविन चित्र प्रस्तुत करती है। 
आधुनिक राजनितिक दर्शन का जनक मेकियावेली को कहा जाता है। 
पुनर्जागरण की भावना की पूर्ण अभिव्यक्ति इटली के तीन कलाकारों की कृतियाँ में मिलती है। ये कलाकार थे-लिओनार्डो द विन्ची ,मायकेल एंजेलो और राफेल। 
लिओनार्डो द विन्ची  एक बहुमुखी प्रतिभा संपन्न व्यक्ति था। वह चित्रकार ,मूर्तिकार ,इंजिनियर ,वैज्ञानिक ,दार्शनिक ,कवी तथा गायक था।  
लिओनार्डो द विन्ची 'द लास्ट सपर ' और 'मोनालिसा' नामक अमर चित्रों के रचियता होने के कारण प्रशिद्ध है। 
मायकेल एंजेलो भी एक अद्धभूद मूर्तिकार एवं चित्रकार था। 
'द लास्ट जजमेंट ' एवं 'द फॉल ऑफ़ मैन ' मायकेल एंजेलो  की कृतियाँ है। 
सिस्तान के गिरजाघर की छत में मायकेल एंजेलो के द्वारा ही चित्र बनाए गए है। 
राफेल भी इटली का एक चित्रकार था , इसकी सर्वश्रेठ कृति जीसस क्राइस्ट की माता मेडोना का चित्र है। 
पुनर्जागरण काल में चित्रकला का जनक जियटो को माना जाता है। 
पुनर्जागरण काल का सर्वश्रेष्ठ निबन्धकार इंग्लैंड का फांसीसी बेकन था। 
होलेण्ड के इरास्मस ने अपनी पुस्तक द प्रेज ऑफ़ फोली  में व्यंग्यातमक ढंग से पादरियों के अनैतिक जीवन एवं ईसाई धर्म की कुरीतियों पर प्रहार किया है। 
इंग्लैंड के लेखक टॉमस मूर ने अपनी पुस्तक यूटोपिया में आदर्श समाज का चित्र प्रस्तुत किया है। 
मार्टिन लूथर ने जर्मन भाषा में बाइबिल का अनुवाद प्रस्तुत किया है। 
रोमियो एंड जूलियट शेक्सपियर की अमर कृति है। 
इंग्लैंड के रोजर बेकन को आधुनिक पर्योगतमक विज्ञानं का जन्मदाता कहा जाता है। 
पृथ्वी सौरमंडल का केंद्र है : इसका खंडन सर्वप्रथम पोलैंड निवासी कोपरनिकस ने किया। 
गैलेलियो ने भी कोपरनिकस के सिद्दांत का समर्थन किया। 
जर्मनी के प्रसिद्द वैज्ञानिक केपला ने गणित की सहायता से यह बतलाया की ग्रह सूर्य के चारो ओर किस प्रकार घूमते है। 
न्यूटन(1642 -1726 ईस्वी )ने गुरुत्वाकर्षण के नियम का पता लगाया। 
धर्म- सुधार आंदोलन की शुरुआत 16 वी सदी में हुई। 
धर्म- सुधार आंदोलन का प्रवर्तक मार्टिन लूथर था,जो जर्मनी का रहने वाला था। इसने अनुयायी लोलडर्स कहलाते थे। 
अमेरिका की खोज क्रिस्टोफर कोलंबस ने की थी। 
अमेरिगो बेस्पुसी के नाम पर अमेरिका का नाम अमेरिका पड़ा। 
प्रशांत महासागर का नामकारन स्पेन निवासी मैगलन ने किया। 
समुद्र के मार्ग से पुरे विश्व का चक्कर लगने वाला पहला व्यक्ति मैगलन था। 

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